नई दिल्ली : किसानों की आय में सुधार करने और कच्चे तेल के आयात पर निर्भरता को कम करने के लिए, सरकार ने इथेनॉल को पेट्रोल के साथ मिलाने की योजना बनाई है। यह अब गन्ने के साथ साथ अन्य कृषि उत्पादों से उत्पादित किया जाएगा। इथेनॉल बनाने के लिए गन्ने और खाद्यान्न का उपयोग करने से देशभर के किसानों को लाभान्वित करेगा। इससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
सचिव (खाद्य) की अध्यक्षता में अनुमोदन समिति की एक बैठक आयोजित की गई थी ।जिसमें खाद्यान्न, मोलासेस आदि से 1 जी इथेनॉल के उत्पादन के लिए परियोजना समर्थकों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए संशोधित ब्याज योजना के तहत प्राप्त प्रस्तावों पर विचार किया गया।
1670 करोड़ लीटर की वार्षिक उत्पादन क्षमता के साथ अनुमोदन समिति द्वारा कुल 418 आवेदनों की सिफारिश की गई थी। इन परियोजनाओं में 40,000 करोड़ का निवेश आने वाला है, जिससे इन परियोजनाओं में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से कई रोजगार के अवसर पैदा होने की संभावना हैं। इन परियोजनाओं से उत्पादित इथेनॉल को पेट्रोल में मिश्रित किया जाएगा और कच्चे तेल के आयात पर निर्भरता को कम करेगा।