नैरोबी: केन्या में चीनी मिलों को आने वाले महीनों में गन्ने की कमी का सामना करना पड़ सकता है। जिसके चलते चीनी की कमी हो सकती है।
खराब प्रबंधन, भ्रष्टाचार और खराब फसल के कारण चीनी उद्योग उतार-चढ़ाव से गुजर रहा है। घाटे के चलते सरकार ने पांच सरकारी चीनी मिलों को लीज पर देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। चेमिलिल, मिवानी, नोजिया, सोनी और मुहरोनी चीनी मिलों को लीज पर दिया जायेगा। कृषि और खाद्य प्राधिकरण की एक गन्ना उपलब्धता रिपोर्ट में कहा गया है कि जून के अंत तक मिलर्स को 677,584 टन गन्ने की कमी का सामना करना पड़ेगा।
यह अनुमान लगाया गया था कि, दिसंबर 2020 से जून 2021 के बीच चीनी मिलों को 5,767,657 टन गन्ने की आवश्यकता होगी, जबकि 5,084,416 टन गन्ना उपलब्ध होगा। गन्ने की आपूर्ति की कमी से चीनी उत्पादन गिरने की संभावना है, जिससे आपूर्ति को स्थिर करने के लिए चीनी के आयात की आवश्यकता हो सकती है। सर्वेक्षण में कहा गया है कि, 2021-2022 सीजन के दौरान मिलों को 99,71,000 टन गन्ने की जरूरत होगी, और 92,76,657 टन गन्ना उपलब्ध होगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि, चीनी उद्योग को भविष्य में गन्ने कमी से बचने के लिए गन्ना फसल की वृद्धि और विकास पर काम करना चाहिए।