कवर्धा : इस सीजन देश में रिकॉर्ड गन्ना उत्पादन हुआ है और अब गन्ना कई और राज्य जहा यह फसल बड़ी तदाद में नहीं होती है उन्हें भी पसंद आ रहा है।
न्यूज 18 में प्रकाशित खबर के मुताबिक, छत्तीसगढ के किसानों में गन्ना फसल की दिलचस्पी बढती दिखाई दे रही है, अगर हम कवर्धा जिले की बात करें तो यहां किसान धान की जगह गन्ने की फसल की ओर रूख कर रहें है। किसानों का मानना है कि, धान की फसल में अधिक मेहनत और लागत भी ज्यादा है, जबकि इसकी तुलना में गन्ने में लागत कम और आय अच्छी है। जिले में दो चीनी मिलें हैं, गुड़ की फैक्ट्री भी है, इसलिए किसानों को फसल की बिक्री में भी जादा कठिनाई नही होगी। राज्य सरकार द्वारा फसल परिवर्तन करने पर राजीव गांधी न्याय योजना के तहत दी जा रही 9 हजार की इनपुट सब्सिडी भी गन्ने में दिलचस्पी बढने का कारण बताया जा रहा है। कृषि विभाग के अधिकारी बता रहे हैं कि जिले में लगातार साल दर साल गन्ने के रकबे में बढोतरी हो रही है। 2019 में गन्ने का रकबा 19 हजार हेक्टेयर था, जो साल 2021-22 में बढ़कर 22 हजार हेक्यटेयर हो गया है। इस वर्ष 2022-23 में करीब 8 हजार हेक्टेयर गन्ने का रकबा और बढ़ने का अनुमान है।