पडरौना (कुशीनगर): उत्तर प्रदेश में इस सीजन चीनी उत्पादन में कमी देखने को मिली है वही दूसरी ओर कुशीनगर के किसान गन्ना फसल से दूरी बनाते नजर आ रहें है।जिले में गन्ने का रकबा लगातार घट रहा है।
अमर उजाला में प्रकाशित खबर के मुताबिक, जनपद में तीन वर्ष के भीतर 13 हजार 400 हेक्टेयर क्षेत्रफल घटा है। उत्तर प्रदेश गन्ना किसान संस्थान प्रशिक्षण केंद्र पिपराइच (गोरखपुर) के सहायक निदेशक ओपी गुप्ता ने बताया कि, गन्ना उत्पादन बढ़ाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। वैज्ञानिक खेती के प्रति कृषकों को जागरूक करने एवं गन्ने के साथ सहफसली खेती को बढ़ावा देने के लिए संस्थान की तरफ से किसानों के खेत तक पहुंचने का अभियान चलाया जा रहा है।जिले में करीब दो लाख 20 हजार किसान गन्ने की खेती करते हैं। लागत में बढ़ोतरी और बकाया भुगतान में देरी से किसानों का गन्ना खेती से मोहभंग होने की आशंका भी जताई जा रही है।
फिलहाल उत्तर प्रदेश में गन्ना पेराई सत्र खत्म हो चूका है। इस सीजन राज्य की चीनी मिलों ने 10,146 लाख क्विंटल गन्ना पेराई कर 1024 लाख क्विंटल चीनी उत्पादन किया।