इस सप्ताह में गन्ना बिल खाते में जमा होगा- सिद्धेश्वर मिल

इस सप्ताह में गन्ना किसानों के खाता पर उनके गन्ना बिल की बकाया राशि जमा करने का आश्वासन सिद्धेश्वर सहकारी चीनी मिल के अध्यक्ष धर्मराज काड़ादी ने स्वाभिमानी शेतकरी संघठन के नेताओं को दिया है।

जनवरी महीने से सिद्धेश्वर मिलने किसानों की गन्ना बिल की रकम दी नहीं है इस वजह से गन्ना उत्पादक किसानों में क्रोध की भावना निर्माण हुई है। मस्ती(दक्षिण सोलापुर) में किसान सूर्यकान्त पाटिल ने गन्ने का बिल समय पर ना मिलने से ३० जुलाई को आत्महत्या की। इसलिए जिले में वातावरण बहोत ही तणावपूर्ण है। शुक्रवार को सुबह स्वाभिमानी शेतकरी संघठन के प्रदेशाध्यक्ष रविकांत तुपकर इनके नेतृत्व में शेतकरी संघठन ने सिद्धेश्वर मिल के यहाँ घंटानाद आंदोलन किया। इस आंदोलन को किसानों ने उत्स्फूर्त सहभाग दर्शाया। मिल के सभासद और गन्ना उत्पादक किसान इस आंदोलन में शामिल हुए थे।

दोपहर को बारा बजने के बाद इन सभी आंदोलक मिल के बहार ठिय्या करके बैठे। मिल के माजी संचालक सिद्रामप्पा अब्दुलपुरकर, स्वाभिमानी शेतकरी संघठन के जिल्हाध्यक्ष महामूद पटेल, सचिव उमाशंकर पाटिल, अखरताज पाटिल इन्होने भाषण किया। अब्दुलपुरकर इन्होने निदेशक मंडल के काम पर नापसंती दिखायी। महामूद पटेल ने किसान सुर्यकान्त पाटिल की आत्महत्या को सिद्धेश्वर मिल ही जिम्मेदार है यह आरोप किया। रविकांत तुपकर ने मिल के अध्यक्ष धर्मराज काड़ादी ने आंदोलन स्थानपर आकर संघठन का कहना नहीं सूना तो हम मिल का सामान बहार निकालेंगे ऐसी उन्होंने चेतावनी दी। इस वजह से काड़ादी खुद जाकर आंदोलकों को मिले। मिल के सभागृह में रविकांत तुपकर और निदेशक मंडल में चर्चा हुयी। काड़ादी ने बकाया बिजली बिल देने के लिए और एक महीने का कालावधि माँगा लेकिन तुपकर ने सिर्फ एक ही सप्ताह की मुदत दी है। इस समय शेतकरी संघठन के जिलाध्यक्ष समाधान फाटे, संघटक विजय रणदिवे, नरेंद्र पाटिल, सौदागर खोडवे, सचिन म्हस्के, शिवानंद झलके सदिंश किसान भी उपस्थित थे।

SOURCEChiniMandi

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