नई दिल्ली : इथेनॉल उत्पादन को भारत में बढ़ावा दिया जा रहा है ताकि तेल आयात पर निर्भरता कम किया जा सके। और साथ ही साथ इथेनॉल से उद्योग, किसान सहित आम जानता को कैसे लाभ मिल सके इसपर काम किया जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि, केंद्र सरकार ने इथेनॉल आधारित ‘फ्लेक्स इंजन’ को अनुमति देने का फैसला किया है, और अगले तीन महीनों में उसी पर एक योजना शुरू करेंगे। गडकरी ने कहा कि, ब्राजील, अमेरिका और कनाडा जैसे दुनिया के अन्य देशों में फ्लेक्स इंजन हैं जो इथेनॉल से चलते हैं और उन्होंने बीएमडब्ल्यू, मर्सिडीज और टोयोटा जैसे वाहन निर्माताओं को वैकल्पिक ईंधन पर चलने वाले वाहनों को विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया।उन्होंने कहा कि, स्थानीय रूप से इथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा देश के लिए मददगार साबित होगा, जिससे कच्चे तेल के आयात पर निर्भरता कम होगी, साथ ही कम प्रदूषण और लागत बचत भी करेगा। एक लीटर इथेनॉल 60-62 प्रति लीटर के बीच आता है, जबकि पेट्रोल के लिए 100 रुपये से अधिक का भुगतान किया जाता है।
गडकरी ने इंडियन बैंक द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, अमेरिका, ब्राजील और कनाडा में उनके पास फ्लेक्स इंजन हैं, इसलिए परिवहन मंत्री के रूप में हम देश के सभी उपभोक्ताओं के लिए यह फ्लेक्स इंजन सुविधा शुरू करने जा रहे हैं। .उन्होंने कहा, तीन महीने के भीतर हम इसे शुरू करने जा रहे हैं।गडकरी ने कहा कि, सरकार ने पहले ही 100 प्रतिशत इथेनॉल पेट्रोल पंप स्थापित करने की अनुमति देना शुरू कर दिया है और कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही पुणे, महाराष्ट्र में ऐसी दो सुविधाओं का उद्घाटन कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि टीवीएस और बजाज सहित भारतीय वाहन निर्माता पहले से ही इथेनॉल पर चलने के लिए दोपहिया वाहन विकसित कर चुके हैं।
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