लखनऊ: रूस-यूक्रेन संकट के कारण देश में आयातित उर्वरकों की उपलब्धता प्रभावित होने की संभावनाओं के बीच बाबा रामदेव का Patanjali Organic Research Institute (PORI) उत्तर प्रदेश में चीनी मिलों के पास भस्मीकरण (incineration) से स्वदेशी रूप से पोटाश का उत्पादन करने के प्रस्ताव के साथ पहुंच गया है। PORI ने चीनी मिलों से इनपुट समर्थन मांगा है। यह म्यूरेट ऑफ पोटाश (MoP) के विकल्प के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा।
फाइनेंसियल एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर के मुताबिक, PORI पहले से ही जैविक पोटाश, फॉस्फेट युक्त जैविक खाद, विभिन्न जैविक उर्वरक और कीटनाशक बनाती है। PORI ने Uttar Pradesh Sugar Mills Association (UPSMA) को पत्र लिखकर जैविक पोटाश, जैव-उर्वरक निर्माण के लिए कच्चे माल के रूप में 1 लाख मीट्रिक टन भस्मीकरण राख की आपूर्ति की मांग की है। PORI ने कहा है कि, स्वदेश में उत्पादित पोटाश से न केवल किसानों को कम कीमत पर जैविक खाद प्राप्त करने में मदद मिलेगी बल्कि उनका मुनाफा भी बढ़ेगा।