उथल-पुथल भरे कारोबार में मामूली गिरकर बंद हुआ सेंसेक्स

मुंबई, 14 नवंबर: नरम वैश्विक संकेतों के बीच चुनिंदा समूहों में बिकवाली से बुधवार को सेंसेक्स ने शुरुआती तेजी खो दी और हल्की गिरावट के साथ 35,141.99 अंक पर बंद हुआ।

दवा तथा सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों को हुए नुकसान ने तेल, बैंकिंग और धातु कंपनियों की बढ़त को दबा दिया।

कारोबार के दौरान भारी लिवाली एवं बिकवाली के झोंकों के बीच सेंसेक्स में 365 अंक के दायरे में घट बढ़ हुई।

बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स बढ़त लेकर 35,330.14 अंक पर खुला और कुछ ही देर में 35,351.88 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। हालांकि इसके बाद सेंसेक्स ने अधिकांश एशियाई बाजारों के गिरावट में रहने तथा यूरोपीय बाजारों की कमजोर शुरुआत के कारण तेजी खो दी। कारोबार की समाप्ति पर सेंसेक्स 2.50 अंक यानी 0.01 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ लाल निशान में 35,141.99 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह एक समय 34,986.86 अंक तक गिर गया था।

मंगलवार को सेंसेक्स में 332 अंक की तेजी रही थी।

इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 10,651.60 अंक और 10,532.70 अंक के बीच झूलने के बाद अंतत: 6.20 अंक यानी 0.06 प्रतिशत गिरकर 10,576.30 अंक पर बंद हुआ।

रुपये के कारोबार के दौरान 50 पैसे मजबूत हो जाने से दवा और सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों के शेयर लुढ़क गये।

सन फार्मा, कोटक बैंक, टीसीएस, महिंद्रा एंड महिंद्रा, इंफोसिस, टाटा मोटर्स और येस बैंक के शेयर 7.36 प्रतिशत तक गिर गये।

हालांकि मारुति सुजुकी, ओएनजीसी, एशियन पेंट्स, भारतीय स्टेट बैंक, इंडसइंड बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर्स लिमिटेड और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर 2.85 प्रतिशत तक की तेजी में रहे।

ब्रोकरों ने कहा कि अक्टूबर में थोक मुद्रास्फीति के चार महीने के उच्चतम स्तर 5.28 प्रतिशत पर पहुंच जाने से भी बाजार की धारणा प्रभावित हुई।

प्राथमिक आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार को विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 494.95 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की। हालांकि घरेलू संस्थागत निवेशक 335.78 करोड़ रुपये के शुद्ध लिवाल रहे।

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