बहराइच (उत्तर प्रदेश): यहां के जरवलरोड स्थित आईपीएल चीनी मिल और मजदूर संगठनों के बीच हुए समझौते पर अमल नहीं किये जाने से नाराज मिलकर्मियों ने मिल प्रशासन के खिलाफ आंदोलन करने की चेतावनी दी है। इस बारे में मुख्यमंत्री सहित अन्य अधिकारियों को पत्र भेजकर चीनी मिल का चक्का जाम करने की चेतावनी दी है। पत्र में लिखा गया है की, कर्मचारियों के वेतन विसंगति को दूर करने, अधिकारियों द्वारा कर्मचारियों का उत्पीड़न न करने पर सहमति बनी थी इसके बावजूद मिल प्रशासन समझौते को लागू न करने के अपने अड़ियल रवैये को छोड़ नहीं रहा। इससे मिल कर्मचारियों में आक्रोश है तथा उन्होंने मिल को बंद करने की चेतावनी दी है।
बता दें कि जरवल विकास खंड के जरवलरोड स्थित इस मिल को इंडियन पोटाश लिमिटेड (आईपीएल) संचालित करती है। एक साल पहले मिल प्रबंधन और मजदूर सगठनों के बीच वार्ता हुई थी, जिसमें कर्मचारियों के वेतन विसंगति को दूर करने, अधिकारियों द्वारा कर्मचारियों का उत्पीड़न न करने पर सहमति बनी थी, लेकिन मजदूरों का आरोप है की इसका पालन नहीं किया जा रहा है। मजदूर सगठनों का कहना है कि 25 वर्ष से काम कर रहे कर्मचारियों को छह से सात हजार रुपये प्रति माह दिया जा रहा है, जबकि इसी पद पर अन्य कर्मचारियों को 25 से 30 हजार रुपये का भुगतान किया जा रहा है।
इस बारे में चीनी मिल मजदूर संघ और आजाद श्रमिक संघ की ओर से मुख्यमंत्री, श्रम मंत्री, उप श्रम आयुक्त व जिलाधिकारी को पत्र भेजकर 19 फरवरी तक मांगें न माने जाने पर 20 फरवरी से हड़ताल कर चीनी मिल में काम ठप करने की चेतावनी दी गई है। यदि मामले को सुलझाया न गया तो अनिश्चितकालीन हड़ताल और चक्का जाम किया जाएगा। वहीं, मिल महाप्रबंधक कुलदीप सिंह का कहना है कि मामला उप श्रमायुक्त गोंडा के पास विचाराधीन है, जिसकी सुनवाई 22 फरवरी को होगी। उनका निर्णय आने पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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