नई दिल्ली: केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि, विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) को अपने मामलों के संचालन के तरीके का पुनर्मूल्यांकन करने की जरूरत है। मंत्री गोयल ने कहा कि, विकसित देशों को सतत विकास, जलवायु लक्ष्यों को प्राप्त करने और अरबों लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए स्वच्छ और हरित प्रौद्योगिकी प्रदान करने जैसे अपने दायित्व को पूरा करना चाहिए। मंत्री गोयल ने यह भी कहा की, दुनिया को इस बात पर अब खुलकर चर्चा करनी चाहिए की किन देशों को विकसनशिल माना जाना चाहिए और किन देशों को विकसित माना जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, जब देशों की प्रति व्यक्ति आय 600-3000 डॉलर के स्तर पर होती है, और उन्हे 60000-80000 डॉलर प्रति व्यक्ति आय वाले देश के समान बेंचमार्क पर रखा जाता है। यह काफी अनुचित तरीका है।उन्होंने दावा किया कि, दुनिया के शक्तिशाली देश आज गैर पारदर्शी और गैर बाजार अर्थव्यवस्थाओं के बढ़ते प्रभुत्व के बारे में चिंतित है, और वह भारत के साथ जुडना चाह रहें है।मंत्री गोयल ने कहा, व्यवसाय चलाने में सरकार की कोई भूमिका नहीं होनी चाहिए, बल्कि सरकार को सूत्रधार के रूप में काम करना चाहिए।