भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने आज यहां गेहूं और चावल बेचने के लिए वर्ष 2023-24 की 5वीं ई-नीलामी का आयोजन किया। ई-नीलामी में 1.06 एलएमटी गेहूं और 100 मीट्रिक टन चावल बेचा गया।
चावल, गेहूं और आटे की खुदरा कीमत को नियंत्रित करने के लिए साप्ताहिक ई-नीलामी का आयोजन किया जा रहा है। भारत सरकार मूल्य स्थिरीकरण के लिए प्रतिबद्ध है और इसके बाजार हस्तक्षेप का उद्देश्य उपभोक्ताओं को राहत प्रदान करना है।
देशभर में 361 डिपो से 1.16 एलएमटी गेहूं और 178 डिपो से 1.46 एलएमटी चावल उपलब्ध कराया गया।
एफएक्यू गेहूं के लिए आरक्षित मूल्य 2150 रुपये प्रति क्विंटल के मुकाबले औसत विक्रय मूल्य 2182.68 रुपये प्रति क्विंटल था, जबकि यूआरएस गेहूं के लिए आरक्षित मूल्य 2125 रुपये प्रति क्विंटल के मुकाबले औसत बिक्री मूल्य 2173.85 रुपये प्रति क्विंटल था।
चावल के लिए औसत विक्रय मूल्य रु. 3151.10 रुपये प्रति क्विंटल था, जबकि पूरे भारत के लिए आरक्षित मूल्य 3151.10 रुपये प्रति क्विंटल था।
ई-नीलामी की वर्तमान किश्त में, एक खरीदार के लिए गेहूं के लिए अधिकतम 100 टन और चावल के लिए 1000 टन तक की पेशकश करके खुदरा मूल्य में कमी का लक्ष्य रखा जा रहा है। यह निर्णय छोटे और सीमांत अंतिम उपयोगकर्ताओं को प्रोत्साहित करने और अधिक प्रतिभागियो को आगे आने और अपनी पसंद के डिपो से आवश्यकता अनुसार बोली लगाने को सुनिश्चित करने के लिये लिया गया है।
(Source: PIB)