देश में वर्तमान सीजन 2023-24 में अब सिर्फ उत्तर प्रदेश में ही सबसे ज्यादा चीनी मिलों में पेराई शुरू है और उसके आलावा तमिलनाडु को छोड़कर लगभग सारे राज्यों में गन्ना पेराई बंद हो चुकी है।
उत्तर प्रदेश में इस सीजन में गन्ना पेराई भले ही कम हो लेकिन चीनी उत्पादन और चीनी रिकवरी पिछले सीजन के मुकाबले ज्यादा है।
नेशनल फेडरेशन ऑफ कोऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज लिमिटेड (NFCSF) के आकड़ों के मुताबिक, 30 अप्रैल 2024 तक, उत्तर प्रदेश में 13 चीनी मिलों में भी पेराई शुरू है और 108 चीनी मिलों में पेराई बंद ही चुकी है। राज्य में 975.00 लाख टन गन्ना पेराई कर 103.35 लाख टन चीनी उत्पादन हुआ है और औसत चीनी रिकवरी 10.60 प्रतिशत है। जबकि पिछले सीजन में इसी समय में 38 चीनी मिलें चल रही थी और 80 चीनी मिलों ने पेराई बंद किया था। राज्य में 1059.90 लाख टन की गन्ना पेराई कर 101.75 लाख टन चीनी उत्पादन किया गया था जबकि चीनी रिकवरी 9.60 प्रतिशत थी।
वर्तमान सीजन में उत्तर प्रदेश में चीनी रिकवरी में 1 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।
30 अप्रैल 2024 तक, देश में 23 चीनी मिलों में पेराई सत्र 2023-24 शुरू है और 3129.75 लाख टन गन्ने की पेराई की गई है और अब तक 315.90 लाख टन चीनी उत्पादन हुआ है।
राज्यों में चीनी उत्पादन के मामलें में फिलहाल महाराष्ट्र आगे है और उसके बाद उत्तर प्रदेश दूसरे नंबर पर है। तीसरे नंबर पर कर्नाटक है।