पुणे: भीमा सहकारी चीनी मिल के अध्यक्ष और विधायक राहुल कुल ने कहा की, पिछले साल में चीनी के मूल्य में कई बार उतार – चढ़ाव देखा गया, जिसके कारण भीमा सहकारी चीनी मिल द्वारा चीनी बिक्री नही हो सकी, नतीजन मिल पर बकाया काफी बढ़ गया है। जिला बैंक लोन के भुगतान में भी देरी हो गई है, लेकिन अब चीनी बिक्री का रास्ता जल्द ही साफ़ हो जायेगा और किसानों के भुगतान के साथ साथ जिला बैंक का लोन भी चुकाया जायेगा। इस बीच 135 करोंड के कर्ज वसूली के लिए जिला बैंक ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
जिला बैंक के अध्यक्ष रमेश थोरात ने कहा की, भीमा मिल द्वारा कर्ज बकाया के कारण बैंक को वित्तीय नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा, जिला बैंकसहित राष्ट्रियकृत बैंक द्वारा चीनी मिलों को कर्जा दिया जाता है, जिला बैंक द्वारा मिलों को चीनी को गिरवी रखकर कर्ज भुगतान किया जाता है। जिसके कारण मिलों का कोई भी कर्ज भुगतान नही रुकता है, लेकिन भीमा चीनी मिल इसके लिए अपवाद है।
भीमा सहकारी चीनी मिल द्वारा 135 करोड़ लोन बकाया यह न्यूज़ सुनने के लिए प्ले बटन को दबाये.