पुणे: महाराष्ट्र में गन्ना पेराई सत्र शुरू होने के बाद अब एफआरपी भुगतान पर चर्चा शुरू हो गई है। राज्य के चीनी आयुक्त कार्यालय द्वारा राज्य भर में 16 चीनी मिलों की पहचान की है, जिन्होंने किसानों को उनके पहले भुगतान में 45 दिनों की देरी की है। इन सभी मिलों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं, और आयुक्त शेखर गायकवाड़ को उम्मीद है कि, नोटिस आने वाले दिनों में अन्य मिलों को भुगतान में चूक न करने के लिए प्रेरित करेगा। भुगतान में विफल 16 मिलों में से सोलापुर 6, सांगली 2, अहमदनगर 2 और बाकी की 6 मिलें मराठवाड़ा की हैं।
इंडियन एक्सप्रेस डॉट कॉम में प्रकाशित खबर के मुताबिक, गायकवाड़ ने कहा कि, क्षेत्रीय संयुक्त निदेशकों के कार्यालयों को मिलों की पहचान करने के लिए कहा गया था जो पेराई के 45 दिनों के भीतर भुगतान करने में विफल रहीं हैं। ऐसी मिलों को भुगतान जारी करने में देरी के कारण कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं।
वर्तमान मौसम में महाराष्ट्र में 873 लाख टन गन्ना क्रशिंग और 99 लाख टन चीनी उत्पादन होने की उम्मीद है। सुस्त चीनी बिक्री और वित्तीय समस्याओं का सामना कर रही मिलों के सामने तरलता की एक अहम समस्या बनी हुई है।