कोल्हापुर : चीनी मंडी
लोकसभा और विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद स्वाभिमानी शेतकरी संघठन ने रविवार को किसान के हितों के लिए फिर एक बार नये सिरे से कार्य शुरू करने का दृढ़ संकल्प व्यक्त किया। संघठन के अध्यक्ष और पूर्व सांसद राजू शेट्टी ने घोषणा की है कि, संगठन की ओर से 23 नवंबर को जयसिंगपुर में 18 वां गन्ना सम्मेलन होगा।
संघठन की तरफ से शिरोल तालुका के उदगांव में एक स्वागत समारोह आयोजित किया गया था। इस अवसर पर वरुड़ मोरसी के विधायक देवेंद्र भुईर को सम्मानित किया गया। इसी समारोह में शेट्टी ने गन्ना सम्मेलन की घोषणा की। इस समय, राजू शेट्टी ने सरकार की कृषि नीति की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि, राज्य में लगभग हर जगह भारी वर्षा के कारण फसल खराब हो गई है। इसके अलावा, गन्ने को भी बड़ा नुकसान हुआ है, इसलिए चीनी मिलें गन्ने को कम कीमतों की पेशकश करेंगे।अगर हमें कम दर मिलती हैं, तो हमें अपनी खून पसीने की कमाई आंदोलन के द्वारा लेनी पड़ सकती है। राज्य में सत्ता स्थापित करने के लिए सभी नेता कड़ी मेहनत कर रहे हैं, लेकिन उनके पास राज्य में पीड़ित किसानों को देखने का समय नहीं है।
स्वाभिमानी शेतकरी संघठन के नवनिर्वाचित विधायक भुयार ने कहा कि, किसानों को न्याय दिलाने के लिए विधानसभा में सबसे पहले कड़कनाथ मामले में आवाज उठाई जाएगी। उन्होंने दावा किया की, मुझे समर्थन के लिए मुख्यमंत्री के वर्षा निवास से पांच बार और चार बार मातोश्री से कॉल आए थे। उन्होंने समर्थन के लिए 10 करोड़ रुपये की पेशकश भी की गई थी। इस समय, स्वाभिमानी शेतकरी संघठन के प्रदेशाध्यक्ष प्राचार्य जालंधर पाटिल, रविकांत तुपकर, सावरकर मादनाइक, राजेंद्र गद्दियनवार, धमेंद्र पवार, संजय सनदी, महेश खराडे, महावीर अकोले, रोशाक जाधवकर द्वारा भाषण दिए गए।
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