इंदौर (मध्य प्रदेश): इंदौर शहर के नौ व्यापारियों से चीनी उपलब्ध कराने के नाम पर पुणे के एक व्यापारी और उसके सहयोगी ने 2.61 करोड़ रुपये की ठगी कर ली। मुख्य आरोपी को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि उसके साथी की तलाश जारी है। सूचना मिलने के बाद क्राइम ब्रांच के अधिकारी मुंबई पहुंचे थे, लेकिन तब तक आरोपी दिल्ली भाग चुका था और क्राइम ब्रांच ने उसका पीछा किया और उसे दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया।
डीसीपी (क्राइम) राजेश त्रिपाठी के अनुसार दर्शन इंटरप्राइजेज, राधाकृष्ण ट्रेडर्स, चंचल ट्रेडर्स, श्रीकृष्ण ट्रेडर्स, पी योगेश चंद एंड कंपनी, नाकोड़ा शुगर ब्रोकर, अगम ट्रेडर्स, महावीर किराना और बीना के राजेंद्र कुमार अजीत कुमार के मालिकों को पुणे स्थित कंपनी ने 2.61 करोड़ रुपये की ठगी की है। शिकायतकर्ताओं ने क्राइम ब्रांच को बताया था कि, आरोपियों ने उन्हें चीनी भेजने का वादा किया था और उन्होंने एडवांस के तौर पर रकम भी दे दी थी, लेकिन आरोपियों ने महीनों तक उन्हें चीनी नहीं भेजी।
कुछ महीने पहले क्राइम ब्रांच ने आईपीसी की धारा 409, 420, 34 के तहत मामला दर्ज किया था और तब से आरोपियों की तलाश की जा रही थी। एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच मितेश की गिरफ्तारी के लिए महाराष्ट्र पहुंची, लेकिन वह फ्लाइट से मुंबई से दिल्ली भाग गया। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर क्राइम ब्रांच भी फ्लाइट से दिल्ली पहुंची और दिल्ली एयरपोर्ट से मितेश को गिरफ्तार करने में कामयाब रही। आरोपी ने अपना जुर्म कबूल करते हुए पुलिस को बताया कि शहर के व्यापारियों से पैसे लिए थे, लेकिन उन्होंने उन्हें चीनी नहीं भेजी। क्राइम ब्रांच की टीम आरोपी से उसके साथी के बारे में पूछताछ कर रही है।