नई दिल्ली: देश में एथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए तमाम मंत्री प्रयास में जुटे हुए है। इससे न केवल प्रदूषण में कमी आएगी बल्कि विदेशी मुद्रा में भी बचत होगी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि, अगर भारत 2025 तक पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथेनॉल मिलाने का लक्ष्य हासिल कर लेता है, तो इससे करीब एक लाख करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा की बचत होगी।
उन्होंने कहा, केंद्र सरकार की एथेनॉल समिश्रण नीति का अब सकारात्मक असर होते दिखाई दे रहा है। इस निति ने एक तरफ जहां चीनी उद्योग और उससे जुड़े करोड़ों लोगों के जीवन में बदलाव की नीव रखी है, वही दूसरी तरफ इससे देश की करोड़ों रुपयों की विदेश मुद्रा बचाने में भी मदद हुई है। जून 2021 में, सरकार ने नवंबर 2022 तक पेट्रोल में 10 प्रतिशत एथेनॉल सम्मिश्रण प्राप्त करने का लक्ष्य रखा था, जिसे पांच महीने पहले ही हासिल किया गया था। मंत्री शाह ने सूरत में कृभको के बायोएथेनॉल संयंत्र की आधारशिला रखने के बाद जनसभा को संबोधित किया।
मंत्री शाह ने कहा, एथेनॉल का उत्पादन आने वाले दिनों में पेट्रोलियम क्षेत्र की पूरी अर्थव्यवस्था को बदलने वाला है। उन्होंने कहा, कच्चे तेल के आयात पर देश की निर्भरता को कम करने के लिए जैव ईंधन एक अच्छा विकल्प है। दुनिया भर में इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं, भारत ने इसे हासिल करने के लिए एक व्यवस्थित और वैज्ञानिक एथेनॉल नीति तैयार की है।