नई दिल्ली : इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन के अनुसार, 2020-21 सीजन के दौरान, 1 अक्टूबर 2020 से 28 फरवरी 2021 तक 502 चीनी मिलों ने संचालन शुरू किया था। देश भर की 98 चीनी मिलों ने 28 फरवरी 2021 तक पेराई खत्म की है। पिछले साल 70 चीनी मिलों ने 29 फरवरी, 2020 तक अपने पेराई कार्यों को बंद कर दिया था। देश की इन 502 चीनी मिलों ने एक साथ 28 फरवरी 2021 तक 233.77 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है, जबकि पिछले सत्र में 29 फरवरी 2020 तक 453 मिलों द्वारा 194.82 लाख टन चीनी उत्पादन किया था।
महाराष्ट्र में, 28 फरवरी 2021 तक चीनी का उत्पादन 84.85 लाख टन था, जबकि पिछले साल इसी अवधि में इसका उत्पादन 50.70 लाख टन था। वर्तमान 2020-21 सीजन में, संचालित 188 चीनी मिलों में से 12 चीनी मिलों ने गन्ने की अनुपलब्धता के कारण अपनी पेराई समाप्त कर दी है, जिनमें से अधिकांश सोलापुर क्षेत्र की मिलें हैं। पिछले साल इसी अवधि में, 25 चीनी मिलों ने पेराई खत्म की थी।
उत्तर प्रदेश में वर्तमान में 109 चीनी मिलें शुरू हैं, जबकि 11 मिलों ने अपने पेराई कार्यों को रोक दिया है, जिनमें से अधिकांश पूर्वी उत्तर प्रदेश इलाकें की मिलें है। 28 फरवरी 2021 तक राज्य की इन मिलों ने 74.20 लाख टन चीनी का उत्पादन किया, जबकि 29 फरवरी, 2020 को 119 मिलों द्वारा उत्पादित 76.86 लाख टन उत्पादन हुआ था।
कर्नाटक के मामले में, 28 फरवरी 2021 तक, 66 चीनी मिलों द्वारा पेराई जारी हैं और 40.53 लाख टन चीनी उत्पादन किया है, जबकि पिछले साल 29 फरवरी, 2020 तक 63 चीनी मिलों द्वारा 32.60 लाख टन चीनी उत्पादन किया गया था।
गुजरात ने 28 फरवरी 2021 तक 7.49 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है। 15 चीनी मिलों में से एक चीनी मिल ने अपना परिचालन समाप्त कर दिया है। पिछले साल 29 फरवरी 2020 तक 6.83 लाख टन चीनी का उत्पादन किया था।
तमिलनाडु के मामले में, 26 चीनी मिलों ने 3.16 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है, जबकि पिछले साल इसी तारीख को 3.3 लाख टन उत्पादन किया था।
शेष राज्यों आंध्र प्रदेश और तेलंगाना, बिहार, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़, राजस्थान और ओडिशा ने सामूहिक रूप से 28 फरवरी, 2021 तक 23.54 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है।