पुणे : राज्य में 103 सहकारी और 104 निजी (कुल 207) मिलों द्वारा ने 23 फरवरी 2024 तक 8 करोड़ 57 लाख 6 हजार मीट्रिक टन गन्ने की पेराई करके 85 लाख 28 हजार मीट्रिक टन चीनी का उत्पादन किया गया है। राज्य की औसत चीनी रिकवरी 9.95 प्रतिशत है। राज्य की कई चीनी मिलों को इस साल गन्ने की कमी का सामना करना पड़ रहा है। तो दूसरी ओर कई किसानों का गन्ना कटाई मजदूरों की कमी के कारण खेत में खड़े खड़े सूख रहा है।
राज्य में विभाग, कुल चीनी मिलें, पेराई और चीनी उत्पादन के आंकड़े (मीट्रिक टन में) कुछ इस प्रकार हैं:
कोल्हापुर – (26 सहकारी और 14 निजी मिलें), (1 करोड़ 98 लाख टन गन्ना पेराई), (22 लाख 37 हजार टन चीनी उत्पादन), (11.30 प्रतिशत रिकवरी), पुणे- (25 सहकारी और 11 निजी मिलें) (1 करोड़ 82 लाख 76 हजार पेराई) (18 लाख 70 हजार टन चीनी उत्पादन), (10.23 प्रतिशत रिकवरी), सोलापुर- (19 सहकारी, 31 निजी मिलें), ( 1 करोड़ 81 लाख 17 हजार टन गन्ना पेराई), अहमदनगर- (16 सहकारी और 11 निजी मिलें) (1 करोड़ 8 लाख 61 हजार टन गन्ना पेराई), (10 लाख 45 हजार टन चीनी उत्पादन), (9.62 प्रतिशत रिकवरी),
छत्रपति संभाजीनगर- (13 सहकारी और 9 निजी मिलें) (80 लाख 12 हजार टन गन्ना पेराई), (6 लाख 90 हजार टन चीनी उत्पादन), (8.61 प्रतिशत रिकवरी), नांदेड़- (10 सहकारी और 19 निजी मिलें) (95 लाख 77 हजार टन गन्ना पेराई), (9 लाख 48 हजार टन चीनी उत्पादन), अमरावती- (1 सहकारी 3 निजी मिलें) (8 लाख 2 हजार टन गन्ना पेराई) (73 हजार टन चीनी उत्पादन), (9.14 प्रतिशत रिकवरी) नागपुर – (4 निजी मिलें) (2 लाख 61 हजार गन्ना पेराई) (13 हजार टन चीनी उत्पादन) (5.29 प्रतिशत रिकवरी)