शामली, उत्तर प्रदेश: जिले की चीनी मिलें किसानों का गन्ना मूल्य भुगतान करने में फिसड्डी साबित हुई है। मिलों द्वारा भुगतान में हो रही देरी से किसान काफी परेशान है, और वो भुगतान में राज्य सरकार के हस्तक्षेप की मांग कर रहे है। आपको बता दे की, जिले में पेराई का अंतिम चरण शुरू है, और तीन मिलों में से दो मिलों की पेराई बंद हो गई है, जबकि शामली मिल मई के पहले सप्ताह तक चलने की उम्मीद है।
लाइव हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के मुताबिक, बकाया भुगतान मामले में जिला प्रशासन भी सख्त हो गया है, और इस पर डीएम ने डीसीओ के माध्यम से मिल प्रबंधन से गन्ना भुगतान की तारीख की रिपोर्ट मांगी है। शामली मिल ने 89.37 लाख क्विंटल, ऊन ने 97.77 लाख क्विंटल और सबसे ज्यादा बजाज मिल थानाभवन ने 127.24 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई की है। इन मिलों ने केवल 16.13 फीसदी भुगतान किया है। जिसमे शामली मिल ने 24.85 करोड़ , बजाज मिल ने 42.66 करोड़ एवं ऊन ने 97.57 करोड़ रुपये का ही भुगतान किया है।