बुलंदशहर : जिले की चीनी मिलों पर किसानों का 86 करोड़ रुपये बकाया भुगतान चल रहा है। वेव व अनूपशहर चीनी मिल समय पर भुगतान करने में फिसड्डी साबित हो रही हैं। चीनी मिलें पेराई के अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। चीनी मिलें 10 दिन और चलेंगी, जबकि अभी खेतों में 11 फीसदी से अधिक गन्ना खड़ा है। ‘अमर उजाला’ में प्रकाशित खबर के मुताबिक, जिले में इस बार 77 हजार हेक्टेयर गन्ने का रकबा रहा। सहकारी गन्ना समिति और चीनी मिलों की ओर से किए गए सर्वे में करीब 1.40 लाख किसानों को सदस्य बनाकर उन्हें चीनी मिलों को गन्ना बेचने के लिए पर्ची का कैलेंडर जारी किया गया।
आठ चीनी मिलें गन्ना खरीद के लिए चयनित की गईं। इनमें जिले की साबिगढ़, अगौता, अनूपशहर और वेव शुगर मिल शामिल हैं। जबकि गैर जनपद में हापुड़ की बृजनाथपुर, अमरोहा की चंदनपुर व संभल की रजपुरा चीनी मिल शामिल हैं। इन सभी चीनी मिलों ने अपने-अपने क्षेत्र में क्रय केंद्र लगाकर गन्ने की खरीद शुरू की। जिले की चीनी मिलों की बात करें तो इन पर अभी तक 243.97 लाख क्विंटल गन्ना खरीद हो चुकी है। इसकी सरकार से निर्धारित रेट के अनुसार राशि 837.42 करोड़ रुपये बन रही है। जबकि इसमें से 750.78 करोड़ का चीनी मिलों ने भुगतान कर दिया है लेकिन दो चीनी मिलों ने अभी तक 86 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया है। गैर जनपद की चीनी मिलों पर भी किसानों का करोड़ों रुपये बकाया बताया जा रहा है।