शाहजहांपुर, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में गन्ना खेती में सीओ 0238 गन्ना प्रजाति पर लाल सड़न रोग (कैंसर) का प्रकोप बढ़ रहा है। इसको लेकर गन्ना विभाग सतर्क है और किसानों को इसके बचाव के लिए जागरूक भी कर रहा है।
जागरण डॉट कॉम में प्रकाशित खबर के मुताबिक, शाहजहांपुर में पेड़ी गन्ना में यह कवक जनित रोग तेजी से बढ़ रहा है। रोग पर काबू पाना किसानों को मुश्किल हो रहा है, गन्ना विभाग ने इस रोग से निजाद पाने के लिए किसानों में जागरूकता शुरू की है। शुक्रवार को जिला गन्ना अधिकारी ने टीम के साथ आधा दर्जन गांवों में गन्ना खेतों का निरीक्षण कर लाल सड़न रोग को चिह्नित किया। उन्होंने स्थिति से अपर मुख्य सचिव गन्ना विकास व चीनी उद्योग संजय आर भूसरेड्डी को अवगत कराने के साथ ही चीनी मिलों व किसानों को एडवाइजरी भी जारी कर दी है।
गन्ना विभाग किसानों को जानकारी मुहैया करा रहा है की इसको कैसे रोका जाए और नुकसान को कम कैसे किया जाए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जिला गन्ना अधिकारी डा. खुशीराम ने बताया कि बाबिस्टीन के 0.2 फीसद के घोल मे उपचारित कर बुवाई करें। फसल चक्र अवश्य अपनाएं। 2.50 किग्रा ट्राइकोडर्मा को 75 किग्रा गोबर की सड़ी हुई खाद मे मिलाकर खेत मे बुवाई से पहले डाल दें।
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