काशीपुर, उत्तराखंड: लंबित गन्ना बकाया भुगतान की मांग को लेकर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी मैदान में कूद पड़े है, और उन्होंने इस माध्यम से उत्तराखंड सरकार को घेरने की पूरी तैयारी शुरू की है। उन्होंने फेसबुक के जरिये किसानों से जुड़ते हुए कहा है कि, किसानों का यदि गन्ने के मूल्य का भुगतान नहीं हुआ तो मैं 9 सितम्बर को काशीपुर में गन्ना आयुक्त कार्यालय पर धरने पर बैठूंगा।
उन्होंने फेसबुक पर लिखा है, “मैंने #उधमसिंहनगर के #किसानों से एक वेबिनार के दौरान यह वादा किया था कि यदि गन्ने के मूल्य का सरकार ने भुगतान नहीं किया तो मैं उसके भुगतान के लिये उपवास/धरने पर बैठूंगा। 9 सितम्बर को मैं #काशीपुर में #गन्ना_आयुक्त कार्यालय पर धरने पर बैठना चाहता हूं। #कोरोना का समय है, लोग जुटेंगे ही इसलिये मैंने किसान कांग्रेस के अध्यक्ष जी से प्रार्थना की है कि वो सितारगंज, बाजपुर और किच्छा में भी उसी दिन 12 से 4 बजे तक चीनी मिलों पर धरना देकर किसानों के बकाये का जो 40% के करीब है उस सवाल को उठाएं और मैं भी काशीपुर में जसपुर के 25-30 साथियों के साथ की गन्ना आयुक्त के कार्यालय में #धरने पर बैठूंगा, ताकि कोरोनाजन्य कर्तव्य का भी हम पालन कर सकें और साथ-साथ जो किसानों के प्रति जो हमारा दायित्व है उसको भी पूरा कर सकें। मुझे विश्वास है कि मेरे साथी, मेरी भावना को समझकर तदनरूप ही कदम उठायेंगे।”
मैंने #उधमसिंहनगर के #किसानों से एक वेबिनार के दौरान यह वादा किया था कि यदि गन्ने के मूल्य का सरकार ने भुगतान नहीं किया…
Posted by Harish Rawat on Saturday, September 5, 2020
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