यूरोप को चीनी आयात पर रहना पड़ सकता है निर्भर

यूरोपीय संघ के किसान तेजी से चीनी से दूर हो रहे हैं, संभवतः इस क्षेत्र को आयात पर अधिक निर्भर रहना पड़ सकता है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हाल के सत्रों में उत्पादकों ने फसल रोपण कम किया क्योंकि वैश्विक आपूर्ति ने चीनी के कम कीमतों को बनाए रखा और खराब मौसम की स्थिति ने बुवाई को नुकसान पहुंचाया, जबकि इस साल की फसल को नुकसान पहुंचाने वाली बीमारी ने भी उत्पादन पर अंकुश लगा दिया है। यह सारे समस्याओं के कारण किसान चुकंदर
की बुवाई से दूर रह सकते है, जिसके कारण यूरोप को चीनी आयात पर निर्भर रहना पड़ सकता है।

ब्लूमबर्ग क्विंट डॉट कॉम में प्रकाशित खबर के मुताबिक सलाहकार एग्रीटेल का अनुमान है की यूरोपीय संघ के किसानों ने वर्तमान फसल के लिए लगभग 2 प्रतिशत की कटौती की, और अगले महीने से शुरू होने वाले सीजन के लिए उत्पादन में 7 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान है। फ्रैंकोइस थरी, पेरिस स्थित एग्रीटेल के एक विश्लेषक ने कहा की, “चुकंदर की खेती वास्तव में कठिन होती जा रही है और इसका बहुत अच्छी तरह से भुगतान नहीं किया जा रहा है क्योंकि चीनी की कीमतें फिलहाल आकर्षक नहीं हैं। इससे कुछ किसान बीट की खेती से दूर हो सकते हैं। यह यूरोप के लिए इस समय शायद सबसे बड़ा मुद्दा है।”

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