सहारनपुर, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में गन्ना बकाया समस्या राज्य सरकार के लिए प्रमुख समस्या बनी है। 2019-20 पेराई सत्र का 10,000 करोड़ रुपये से अधिक भुगतान अब भी बकाया हैं। सहारनपुर में चीनी मिलों पर करोड़ों रुपये बकाया हैं। बकाया गन्ना मूल्य के सापेक्ष जनपद के 1157 किसानों ने 31 अगस्त तक मिलों से 1157 क्विंटल चीनी खरीदी है।
बकाया गन्ना मूल्य के भुगतान में देरी के चलते गन्ना विभाग ने किसानों को बकाया के सापेक्ष एक क्विंटल चीनी प्रति माह मिल से उठाने की अनुमति दी थी। इस चीनी का भुगतान किसान द्वारा मिल में सप्लाई किए गए गन्ने की पर्चियों से होना है।
आपको बता दे, किसानों के लंबित गन्ना बकाया पर विपक्ष की कड़ी आलोचना के बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने गुरुवार को गन्ना किसानों को 45 दिनों की लॉकडाउन अवधि के दौरान 6,000 करोड़ रुपये का भुगतान करने का दावा किया। गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा ने कहा कि, लॉकडाउन के दौरान चीनी की कम बिक्री के बावजूद मिलों द्वारा किसानों को भुगतान किया गया। उन्होंने चेतावनी दी की, अगर वे भुगतान में विफल हो जाते हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू की जाएगी।
यह न्यूज़ सुनने के लिए प्ले बटन को दबाये.