इस्लामाबाद: ऊंची कीमतों की चेतावनी देते हुए आयातकों ने सरकार से चीनी पर बिक्री कर हटाने का आग्रह किया है, ताकि वे समय पर आयात प्रक्रिया शुरू कर सकें। Cereal Association of Pakistan के अध्यक्ष मुजम्मिल चैपल ने इस मामले पर बात करते हुए कहा कि, सरकार ने जब चीनी की कीमत बढ़ गई थी, तब शुल्क मुक्त चीनी आयात करने की अनुमति दी थी। चैपल ने कहा कि, सरकार ने निजी क्षेत्र को 200,000 टन शुल्क मुक्त चीनी आयात करने की अनुमति दी, और फेडरल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू (FBR) ने भी अंतरराष्ट्रीय बाजार से चीनी की खरीद पर बिक्री कर को खत्म करने का फैसला किया था।
उन्होंने कहा कि, राजस्व प्राधिकरण ने घरेलू बाजार में चीनी की कमी को पूरा करने के लिए व्यापारियों को चीनी आयात करने की अनुमति दी थी, हालांकि, सरकार ने 18 प्रतिशत बिक्री कर माफ नहीं किया है। उन्होंने कहा, सरकार ने चीनी खरीद के लिए व्यवसायियों को आयात कोटा देना शुरू कर दिया है, लेकिन अगर यह बिक्री कर माफ नहीं किया, तो फिर आयातित चीनी को स्थानीय बाजार में कोई फर्क नहीं पड़ेगा। इस तरह, स्थानीय बाजार में चीनी कीमतों को कम करने का सरकार का प्रयास विफल हो जाएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि 18% बिक्री कर छूट घरेलू बाजार में चीनी की कीमतें कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। वर्तमान में, स्थानीय बाजार में चीनी की कीमतें लगभग 95 रुपये प्रति किलोग्राम है, जबकि चीनी का अंतर्राष्ट्रीय मूल्य लगभग 85 रूपयें है। उन्होंने कहा, अगर बिक्री कर को जोड़ा जाए तो कीमत 100 रुपये प्रति किलोग्राम से अधिक हो जाएगी, जिससे घरेलू बाजार में आयातित चीनी अप्रभावी हो जाएगी।
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