सरकार हर उद्योग को नई तकनीक अपनाने की सलाह दे रही है ताकि वे विकास और समृद्धि की राह पर जा सके। लेकिन आज भी कई उद्योग है जहा लेटेस्ट टेक्नोलॉजी का सहारा कम लिया जाता है। भारतीय चीनी उद्योग में भी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हो रहा है लेकिन पूर्ण क्षमता के साथ नहीं। हालही में हुई एक सेमिनार पर उद्योग में टेक्नोलॉजी कितना महत्वपूर्ण होता है इसपर चर्चा की गयी।
महाराष्ट्र के गन्ना आयुक्त शेखर गायकवाड़ ने सेमिनार को सम्बोधित करते हुए कहा की राज्य में 15 अक्टूबर 2020 से पेराई सत्र का आगाज होगा।
वैकुंठ मेहता राष्ट्रीय सहकारी प्रबंधन संस्थान, पुणे द्वारा 30 सितंबर 2020 को ऑन-लाइन मोड ऑन क्लाउड कम्प्यूटिंग सेमिनार का आयोजन किया गया था।सेमिनार में चीनी और डेयरी उद्योग से 19 आईटी अधिकारियों ने भाग लिया।
इस अवसर पर बोलते हुए, गन्ना आयुक्त ने कहा कि “टेक्नोलॉजी को सम्मिलित करना किसानों, सदस्यों और प्रबंधन की जानकारी की आवश्यकता को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और इसलिए प्रत्येक चीनी मिलों को लागत प्रभावी तरीके से अपनी टेक्नोलॉजी क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता है”
इस सेमिनार में कई एक्सपर्टस ने भाग लिया था और उद्योग की कठनाइयों को कैसे काम किया जा सके इस पर चर्चा की।
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