लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अगले दो वर्षों में राज्य के सभी गांवों तक ड्रिप या सूक्ष्म सिंचाई का विस्तार करने के साथ एक और ‘हरित क्रांति’ की योजना बना रही है। हॉर्टीकल्चर विभाग को इस महत्वकांक्षी परियोजना को लागू करने का जिम्मा सौंपा गया है। हॉर्टीकल्चर विभाग का कहना है कि, फिलहाल उन्होंने ड्रिप सिंचाई प्रणाली के तहत प्रत्येक गाँव में कम से कम दो हेक्टेयर भूमि लाने की योजना तैयार की है। सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली कम से कम 30% पानी की खपत को कम करती है और साथ ही बेहतर मृदा स्वास्थ्य और अधिक उत्पादकता सुनिश्चित करती है। हॉ
टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक, हॉर्टीकल्चर विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव मनोज सिंह ने कहा, 2022 के अंत तक हम राज्य के सभी गांवों में इस प्रणाली का विस्तार करने का लक्ष्य बना रहे हैं। यूपी में किसानों द्वारा सूक्ष्म सिंचाई को अपनाने की काफी गुंजाइश है, खासकर गन्ना क्षेत्र में इसका ज्यादा इस्तेमाल हो सकता है। सिंह ने कहा कि, यूपी की तुलना में, महाराष्ट्र जहा ड्रिप सिंचाई का ज्यादा उपयोग किया जाता है, वहाँ यूपी की तुलना में सुक्रोस रिकवरी की दर बेहतर है। भारत में लगभग 8% कृषि भूमि ड्रिप सिंचाई के तहत है, और अमेरिका में 65% और रूस में 95% ड्रिप सिंचाई का इस्तेमाल होता है।