कठमांडू: चीनी मिलों द्वारा लंबे समय से भुगतान नहीं किए जाने के कारण, गन्ना किसानों ने रविवार से काठमांडू के मैटीघर मंडल में विरोध प्रदर्शन शुरू करने की चेतावनी दी है। गन्ना किसानों की एक्शन कमेटी के सदस्य राकेश मिश्रा ने कहा कि, शुक्रवार तक अगर चीनी मिलें बकाया चुकाने में विफल रही, तो वे विरोध प्रदर्शन शुरू करने के लिए मजबूर हैं। मिश्रा ने कहा कि, इस बात का कोई संकेत नहीं है कि, मिलों द्वारा किसानों को दी गई प्रस्तावित तारीख तक भुगतान होगा। उन्होंने चेतावनी दी की, किसानों का भुगतान नही हुआ, तो वे प्रधानमंत्री के निवास स्थान के सामने धरना देंगे। उद्योग, वाणिज्य और आपूर्ति मंत्रालय के रिकॉर्ड बताते हैं कि, किसानों को अभी तक श्री राम चीनी मिल, अन्नपूर्णा चीनी मिल, इंदिरा चीनी मिल और लुंबिनी चीनी मिल के पास किसानों का 481 मिलियन रुपये बकाया है। हालांकि इस वर्ष के लिए पेराई सत्र शुरू हो चुका है, लेकिन इन चीनी मिलों ने पिछले छह वर्षों का किसानों के बकाया का भुगतान नहीं किया है।
श्री राम शुगर मिल को किसानों को 350 मिलियन रुपये का भुगतान करना बाकी है। इसी तरह अन्नपूर्णा चीनी मिल पर 170 मिलियन, लुंबिनी चीनी मिल में 84.1 मिलियन और इंदिरा शुगर मिल में 47 मिलियन रुपये गन्ना किसानों का बकाया है।
पिछले साल भी किसानों ने राजधानी में धरना दिया था। घटना के बाद, सरकार ने किसानों को हर साल दिसंबर के पहले सप्ताह के भीतर बकाया भुगतान करने का आश्वासन दिया था। हालांकि, किसान सरकार के आश्वासन के बावजूद भुगतान प्राप्त करने में विफल रहे हैं।