लुधियाना: पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (पीएयू) ने गन्ने के रस बॉटलिंग तकनीक के व्यवसायीकरण के लिए मैसर्स कोकलैंड इंटरनेशनल एलएलपी (जामनगर, गुजरात) के साथ समझौता किया। पीएयू के अनुसंधान निदेशक डॉ. एनएस बैंस और श्री तसीम पास्ता ने समझौते के ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए, जिसके अनुसार भारत में पीएयू द्वारा गन्ने के रस की बॉटलिंग के लिए उपर्युक्त कंपनी को गैर-अनन्य अधिकार की पेशकश की है।
ट्रिब्यून इंडिया डॉट कॉम में प्रकाशित खबर के मुताबिक, डॉ एएस धट्ट, अतिरिक्त निदेशक अनुसंधान (बागवानी और खाद्य विज्ञान) और एसोसिएट निदेशक, प्रौद्योगिकी विपणन और आईपीआर सेल, पीएयू की उपस्थिति में समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। डॉ सचदेव ने बताया कि, गन्ने के रस को थर्मल रूप से संसाधित किया जाता है, जिससे सड़क किनारे विक्रेताओं की तुलना में पूरी तरह से स्वस्थ और स्वच्छ उत्पाद की पेशकश की जाती है। उद्यमियों को खाद्य उद्योग व्यवसाय ऊष्मायन केंद्र, खाद्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, पीएयू में ईआर करणवीर सिंह गिल द्वारा प्रौद्योगिकी का प्रदर्शन किया गया।