नई दिल्ली : सॉलिडेरिडैड गन्ना किसान और चीनी मिलों के साथ जुडी हुई है। कंपनी अब गन्ने की उत्पादकता बढ़ाने के साथ साथ पानी का सही उपयोग और ‘इको फ्रेंडली’ कृषि व्यवस्था को बढ़ावा देने की योजना बना रही है। सॉलिडेरिडैड की 3 लाख किसान और 21 मिलों से, 2025 तक 10 लाख किसान और 40 मिलों तक अपने संचालन का विस्तार करने की योजना है। गन्ने की टिकाऊ खेती के उद्देश्य से किए गए अपने कार्यक्रमों के तहत, सॉलिडेरिडैड वर्तमान में लगभग तीन लाख किसानों के साथ जुड़ा हुआ है। अगले तीन से चार वर्षों में इस कार्यक्रम के तहत 10 लाख किसानों को साथ लाकर योजना बनाने के लिए प्रयास किये जा रहें है।
सॉलिडेरिडैड कंपनी के शुगर कार्यक्रम के प्रमुख, आलोक पांडे के अनुसार, कंपनी वर्तमान में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक में 21 चीनी मिलों के साथ संलग्न है। कंपनी 2025 तक लगभग 40 मिलों के साथ साझेदारी करना चाहती है। देश का गन्ना उद्योग 60 लाख से अधिक छोटे किसानों पर निर्भर करता है। छोटे खेत के आकार और संबंधित अक्षमताओं के कारण, भारतीय उत्पादकता दुनिया के कई अन्य चीनी उत्पादक देशों से बहुत पीछे है। पांडे ने बताया की, ब्राजील सहित कुछ अन्य राष्ट्रों की तुलना में भारत में प्रति हेक्टेयर गन्ना किसानों की उपज कम है। अब खेती करने के तरीके में बदलाव करने से न केवल किसान उपज में सुधार देख रहे हैं, बल्कि लागत में भी कमी आ रही है। उत्पादकता में सुधार के लिए सॉलिडेरिडैड उद्योग के हितधारकों के साथ काम कर रहा है।