नई दिल्ली: देश में चीनी मिलों को उम्मीद है कि, सुस्त कारोबार के दो महीने के बाद फेब्रुवारी महीना मजबूत बिक्री का गवाह बनेगा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कम मांग के कारण, महाराष्ट्र और कर्नाटक की कई मिलों ने सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम विक्रय मूल्य (MSP) 3,100 रुपये प्रति क्विंटल से कम में चीनी बिक्री शुरू की है।
इंडियन एक्सप्रेस डॉट कॉम में प्रकाशित खबर के मुताबिक, नेशनल फेडरेशन ऑफ कोऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज के महानिदेशक प्रकाश नाइकनवरे ने कहा कि, देश भर की मिलें आवंटित बिक्री कोटे का 30 फीसदी हिस्सा बेचने में विफल रही हैं। उन्होंने कहा कि, सुस्त बिक्री ने कई मिलों को किसानों से खरीदे गए गन्ने का उचित और पारिश्रमिक मूल्य (एफआरपी) का भुगतान करने के लिए वित्तीय बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि, कार्रवाई के खतरे के चलते राज्य की कई मिलों ने ‘एमएसपी’ के नीचे चीनी बेचना शुरू कर दिया है।