कराची: चीनी उत्पादन में गिरावट के कारण पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार को निकट भविष्य में चीनी की कीमतों को कम करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। ‘पीटीआई’ के प्रमुख जहांगीर खान तारेन के स्वामित्व वाली जेडीडब्ल्यू चीनी मिल ने 2 फरवरी को पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज को एक रिपोर्ट में कहा, बाजार में चीनी की कीमतें स्वाभाविक रूप से उच्च स्तर पर रहेंगी। जेडीडब्ल्यू शुगर मिल्स देश में कुल उत्पादन का लगभग 20% उत्पादन करती है। सरकार हमेशा की तरह चीनी उद्योग द्वारा वास्तविक उत्पादन लागत से काफी नीचे की कीमतों पर चीनी बेचनी की अपेक्षा करती है। इससे पहले नवंबर-मार्च सीजन के लिए गन्ने की पेराई सत्र की शुरुआत के बाद दिसंबर के दूसरे सप्ताह में देश भर में खुदरा बाजार में चीनी की कीमतें औसतन 80 रुपये प्रति किलोग्राम तक गिर गई थीं।
हालांकि, इस्लामाबाद और रावलपिंडी जैसे देश के कुछ हिस्सों में कीमतें एक बार फिर 100 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई हैं। कुछ महीने पहले, मार्च-मई 2020 के दौरान खुदरा बाजार में कमोडिटी की कीमते प्रति किलोग्राम 110 रूपयें तक पहुँच गई थी, जबकि सरकार ने कहा था कि कीमतों में वृद्धि चीनी माफिया द्वारा बाजार में हेरफेर के कारण हुई थी।