डरबन : दक्षिण अफ्रीकी गन्ना उत्पादकों ने हेल्थ प्रमोशन लेवी (एचपीएल) को यथास्थिति रखने के फैसले का स्वागत किया, जिसको आमतौर पर चीनी टैक्स कहा जाता है। वित्त मंत्री टीटो मबोनी ने बुधवार को संसद में अपना 2021 का बजट भाषण दिया। अपने भाषण में उन्होंने कहा कि, शराब और तंबाकू उत्पादों पर उत्पाद शुल्क में 8 प्रतिशत की वृद्धि होगी। शर्करा युक्त पेय पदार्थों पर ‘एचपीएल’ के बारे में कोई उल्लेख नहीं किया गया।
दक्षिण अफ्रीकी गन्ना उत्पादक संघठन के प्रवक्ता कबेलो कोगोबिसा ने कहा कि, हालांकि उन्होंने चीनी टैक्स में कमी करने की मांग कि थी, क्योंकि चीनी उद्योग पर एक मिलियन आजीविका पर निर्भर हैं। उन्होंने दावा किया की, चीनी कर के पहले वर्ष में किए गए एक सर्वेक्षण में पाया गया कि अकेले गन्ना उगाने वाले क्षेत्र में चीनी उद्योग को 9000 से अधिक नौकरियों का नुकसान हुआ है। कोगोबिसा के अनुसार, अभी 65 000 प्रत्यक्ष नौकरियों का संरक्षण सामूहिक प्राथमिकता होना चाहिए। गन्ना उत्पादकों ने अपने ‘होम स्वीट होम’ अभियान की दिशा में सभी प्रयास किए हैं ताकि उपभोक्ताओं के लिए स्थानीय खरीद और स्थानीय उत्पादकों का समर्थन करना आसान हो सके।