लाहौर: आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इस साल चीनी उत्पादन शुरुआती अनुमान को काफी पिछे छोडने की उम्मीद है। पंजाब खाद्य विभाग ने कहा कि, इस वर्ष देश में कुल चीनी उत्पादन 5.2 मिलियन टन के पिछले अनुमान के मुकाबले 5.5 मिलियन टन होने की उम्मीद है। 26 फरवरी तक, देश में लगभग 5.2 मिलियन टन चीनी उत्पादन पहले ही हो चुका है और अगले कुछ हफ्तों में पेराई सत्र के अंत तक उत्पादन 5.5 मिलियन टन होने की संभावना है। पंजाब ने अब तक 3.45 मिलियन टन चीनी का उत्पादन किया है, इसके बाद सिंध 1.45 मिलियन टन और खैबर पख्तूनख्वा 330,000 टन चीनी उत्पादन करने में कामयाब रहा।
देश में इस वक्त लगभग 50 प्रतिशत चीनी मिलों ने पेराई बंद कर दि है और बाकी लगभग 30 प्रतिशत उत्पादन क्षमता पर पेराई कर रहीं हैं। एक सरकारी अधिकारी ने कहा, अनुमान से अधिक चीनी उत्पादन आंशिक रूप से पंजाब खाद्य विभाग की सख्त निगरानी के कारण संभव हुआ है। प्रांतीय सरकार ने पिछले साल दिसंबर में चीनी मिलों के लिए अधिकारियों के साथ खरीदारों के विवरण को साझा करना अनिवार्य कर दिया, ताकि बड़े पैमाने पर जमाखोरी और कर चोरी को बढ़ावा देने वाले गुमनाम और अप्राप्य लेनदेन के मुद्दे को हल करने में मदद मिल सके। प्रांतीय विभाग ने निर्धारित प्रपत्र में खरीदारों का पूर्ण विवरण प्रदान करने के लिए कानून के तहत चीनी मिलों को बाध्य किया।