नई दिल्ली : सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने ‘ई 20’ के तहत पेट्रोल में 20% इथेनॉल सम्मिश्रण को मंजुरी दे दी है। इसके लिए 8 मार्च की देर रात एक अधिसूचना जारी की गई। वर्तमान में, 10 प्रतिशत इथेनॉल (E10) को पेट्रोल के साथ मिश्रित करने की अनुमति है। हालांकि, अनुमान के अनुसार, इथेनॉल की उपलब्धता में कमी के चलते देश में केवल 6 प्रतिशत से कम इथेनॉल गैसोलीन में मौजूद है। 2008 में ‘E10’ को अनिवार्य किया गया था। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार, वित्त वर्ष 18 के अंत तक संमिश्रण प्रतिशत 4.22 प्रतिशत था।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने कहा है कि, अध्ययन के दौरान यह देखा गया है कि, ‘E20’ कार्बन मोनोऑक्साइड और हाइड्रोकार्बन उत्सर्जन को सामान्य गैसोलीन की तुलना में काफी कम कर देता है। जैव ईंधन 2018 राष्ट्रीय नीति के अनुसार, सरकार ने 2030 तक 20 प्रतिशत इथेनॉल सम्मिश्रण का लक्ष्य रखा है। इससे सरकार को आयातित ईंधन पर निर्भरता को कम करने और विदेशी मुद्रा पर प्रभाव को कम करने मेंं मदद होगी। इसे तर्कसंगत बनाने के लिए वाहन निर्माताओं के सहयोग की भी आवश्यकता होगी।