रायपूर : छत्तीसगढ़ को अतिरिक्त चावल, गन्ना और मक्का के जैव-ईंधन के रूप में परिवर्तित करने की अपनी प्रमुख योजना को बढ़ावा मिला है, क्योंकि केंद्र सरकार ने गुरुवार को इथेनॉल को एक स्टैंडअलोन ईंधन के रूप में मंजूरी दे दी है, जिससे तेल कंपनियां सीधे ई -100 को बेच सकती हैं। इसके लिए, मोटर स्पिरिट और हाई स्पीड डीजल ऑर्डर 2005 में संशोधन किया गया है। इस फैसले से कृषि आधारित उद्योग क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा। सरकार ने कहा कि, इसका उद्देश्य पर्यावरण रक्षा, किसानों की आय को बढ़ाना और पेट्रोल में सम्मिश्रण के लिए इथेनॉल की उपलब्धता बढ़ाना है।
Dailypioneer.com में प्रकाशित खबर के मुताबिक, छत्तीसगढ़ बायोफ्यूल डेवलपमेंट अथॉरिटी के परियोजना अधिकारी सुमित सरकार ने गुरुवार को बताया कि, छत्तीसगढ़ सरकार केंद्र सरकार से इथेनॉल उत्पादन, मूल्य निर्धारण और अन्य संबंधित मुद्दों की नीति में बदलाव करने का आग्रह करता आया है।