नई दिल्ली: पिछले साल की समान अवधि की तुलना में इस वर्ष मार्च में भारत में ईंधन की खपत में 18% की वृद्धि हुई, लेकिन सरकारी आंकड़ों के अनुसार, कोरोना वायरस महामारी के कारन लागू कई सारे प्रतिबंधो के चलते 2020-21 के वित्तीय वर्ष में कुल खपत घटकर 9.1% रह गई। हालांकि, दोनों वर्षों के मार्च के आंकड़ों की तुलना करें तो, 2020 में 15.93 की तुलना में इस साल 18.77 मिलियन टन ईंधन की खपत हुई, जो अर्थव्यवस्था में एक मजबूत रिकवरी को दर्शाता हैं।
तेल मंत्रालय के डेटा कीपर, पेट्रोलियम प्लानिंग एंड एनालिसिस सेल (PPAC) के अनुसार, 2020-21 में देश में पेट्रोलियम उत्पादों की वार्षिक खपत 194.63 मिलियन टन थी, जो 2019-20 में 214.13 मिलियन टन थी। PPAC द्वारा 1998-99 से डेटा रिकॉर्डिंग शुरू करने के बाद पिछले साल पहली बार खपत में गिरावट दर्ज की गई है। आंकड़ों से पता चलता है कि, भारत की अर्थव्यवस्था महामारी के विनाशकारी प्रभाव से ठीक हो रही है।