इस्लामाबाद: खाद्य कीमतों में भारी वृद्धि के बीच पाकिस्तान में मुद्रास्फीति 11 प्रतिशत से अधिक हो गई है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक एक साल पहले इसी महीने अप्रैल में बढ़कर 11.1 प्रतिशत हो गया। यह पिछले 13 महीनों में मुद्रास्फीति की उच्चतम दर है। इससे पहले फरवरी 2020 में मुद्रास्फीति 12.4 प्रतिशत थी। वित्त मंत्रालय द्वारा चार महीने पहले मासिक बुलेटिन में मुद्रास्फीति का अनुमान 8 से 9.5 प्रतिशत लगाया था।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून में प्रकाशित खबर के मुताबिक, वित्त मंत्रालय के आर्थिक सलाहकार विंग को इन अनुमानों के बारे में पता था लेकिन इसने अभी भी एक अवास्तविक आंकड़ा प्रकाशित किया है। बाजार की उम्मीद यह थी कि रमज़ान में खाद्य पदार्थों की असामान्य रूप से उच्च कीमतों के कारण मुद्रास्फीति लगभग 11 प्रतिशत रहेगी। पीबीएस के आंकड़ों के अनुसार, पाकिस्तान में बिजली की दरें एक साल पहले की तुलना में 29 प्रतिशत अधिक है और लगभग सभी रसोई के सामानों की कीमतों में दो अंकों की वृद्धि दर्ज की गई, जिसमें गेहूं, चीनी और गेहूं का आटा शामिल है।