मेरठ: प्रदेश में चीनी पेराई सीजन अब लगभग खत्म होने वाला है, चीनी मिलें अपने क्षेत्र के सभी गन्ने की पेराई करने में व्यस्त है। चीनी मिलों ने किसानों को यह भरोसा दिलाया है, की जब तक मिल क्षेत्र के सभी गन्ने की पेराई नहीं होती तब तक पेराई सीजन का समापन नही होगा।
अमर उजाला डॉट कॉम में प्रकाशित खबर के मुताबिक, त्रिवेणी चीनी मिल के उपाध्यक्ष दीनानाथ मिश्र ने भी कहा कि, चीनी मिल क्षेत्र का सभी गन्ने की पेराई पूरी हो जाने के बाद ही सीजन का समापन किया जाएगा। चीनी मिल द्वारा गन्ना किसानों को 18 मई मिल बंदी का अंतिम नोटिस जारी किया गया था। लेकिन गन्ने की उपलब्धता को देखते हुए अभी पेराई सत्र चालू रखने का निर्णय लिया गया है। मिल प्रबंधन ने किसानों से जल्द से जल्द अपने गन्ने की चीनी मिल में आपूर्ति करने का आह्वान किया है।
उत्तर प्रदेश की चीनी मिलों ने 15 मई, 2021 तक 108.70 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है, जो पिछले साल इसी तारीख को उनके द्वारा उत्पादित 122.28 लाख टन की तुलना में 13.58 लाख टन कम है। इस वर्ष संचालित 120 मिलों में से 99 मिलों ने अपनी पेराई समाप्त कर दी है और 21 मिलों ने अपना परिचालन जारी रखा है, जबकि पिछले साल 15 मई 2020 तक 46 मिलों द्वारा संचालन जारी था। राज्य में वर्तमान में चल रहे अधिकांश मिलें इस महीने के अंत तक बंद होने की उम्मीद है, हालांकि, कुछ जून 2021 में काम करना जारी रख सकते हैं। उत्तर प्रदेश राज्य के पश्चिमी क्षेत्र में वर्तमान पेराई सत्र कुछ दिनों के लिए लम्बा हो गया है क्योंकि अधिकांश गुड़ / खांडसारी इकाइयों ने लॉकडाउन प्रतिबंधों के कारण अपना परिचालन बंद कर दिया है, जिसके कारण कुछ गन्ना जो उनके पास जाने वाला था अब वो चीनी मिलों को डायवर्ट किया गया है।