शामली,: उत्तर प्रदेश में गन्ना पेराई सीजन लगभग खत्म हो गया है, और कई मिलों ने तो अगले सीजन के लिए गन्ना सर्वे शुरू कर दिया है। सीजन खत्म होने के साथ साथ अब मिलों द्वारा लंबित बकाया भुगतान का मुद्दा किसानों और किसान संघठनों द्वारा उठाया जा रहा है। कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के चलते सब कुछ ठप हो चूका है, और किसानों का कहना है की उनको घर परिवार संभालने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। लंबित बकाया भुगतान से तो किसानों की राह और मुश्किल कर दी है।
जागरण डॉट कॉम में प्रकाशित खबर के मुताबिक, किसान जल्द से जल्द भुगतान करने की मांग कर रहें है। शामली में 800 करोड़ रूपये मिलों पर गन्ना बकाया है। किसान नेता राजन जावला ने कहा कि 14 दिन का वादा फ्लाप साबित हो रहा है। उन्होंने गन्ना भुगतान न होने पर चिता जताई। साथ ही मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर मिलों पर कारवाई व गन्ना भुगतान में तेजी करने की मांग की।
उत्तर प्रदेश में पेराई सीजन अंतिम चरण में पहुँच चुका है। राज्य में कई चीनी मीलों ने समय के मुताबिक पेराई सत्र बंद कर दिया है लेकिन अभी भी कुछ चीनी मिलों में पेराई सत्र चल रहा है। उद्योग के जानकारों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में सीजन 110.50 लाख टन से कुछ ज्यादा के कुल उत्पादन के साथ खत्म हो सकता है।