लखनऊ: उत्तर प्रदेश की चीनी मिलों ने 25 मई तक कोरोनावायरस महामारी की दूसरी लहर के दौरान 2 करोड़ लीटर सैनिटाइज़र का उत्पादन किया है।अतिरिक्त मुख्य सचिव (गन्ना विकास) संजय भूसरेड्डी ने कहा कि, 97 चीनी मिलें और छोटी इकाइयों ने उत्पादन में कीर्तिमान स्थापित किया हैं। उन्होंने कहा, चीनी मिलें और छोटी इकाइयाँ 6.5 लाख लीटर की क्षमता के मुकाबले प्रतिदिन 6 लाख लीटर सैनिटाइज़र का उत्पादन कर रही हैं। वे इतना उत्पादन करने में कामयाब रहे हैं कि यह न केवल उत्तर प्रदेश के लिए पर्याप्त है, बल्कि अन्य राज्यों को भी आपूर्ति की गई है।
भूसरेड्डी ने कहा कि, यूपी में चीनी मिलों में उत्पादित सैनिटाइजर ने 5,000 से अधिक गांवों और 4,000 सार्वजनिक कार्यालयों को साफ करने में मदद की है। राज्य के ग्रामीण हिस्सों में वायरस की श्रृंखला को तोड़ने में मदद करने के लिए गन्ने का उत्पादन करने वाले गांवों में विशेष रूप से सैनिटाइज़र का उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि, गन्ना विभाग किसानों के बीच कोविड -19 के बारे में मिलों के सहयोग से जागरूकता कार्यक्रम भी चला रहा था। अब तक 4,952 गांवों, 527 कस्बों और 4,489 सार्वजनिक कार्यालयों को चीनी मिलों में बने सैनिटाइजर से सैनिटाइज किया जा चुका है। इसमें सहारनपुर में 585 गांव, 128 कस्बे और 393 सार्वजनिक कार्यालय, मेरठ में 194 गांव, 18 कस्बे और 139 सार्वजनिक कार्यालय, मुरादाबाद में 224 गांव, 20 कस्बे और 358 सार्वजनिक कार्यालय और बरेली में 152 गांव, 10 कस्बे और 109 सार्वजनिक कार्यालय शामिल हैं।