नैरोबी: चीनी उत्पादक चाहते हैं कि, चीनी पैकेजिंग नियमों को सख्ती से लागू किया जाए ताकि कुछ खुदरा विक्रेताओं द्वारा उनके नाम पर प्रतिबंधित सामग्री की रीपैकेजिंग और रीब्रांडिंग के दुरुपयोग को रोका जा सके। केन्या एसोसिएशन ऑफ मैन्युफैक्चरर्स (KAM) के माध्यम से, उद्योगपतियों ने कहा कि, देश में बड़ी मात्रा में चीनी की तस्करी की जाती है, और गुणवत्ता जांच के बिना ही धडल्ले से बेची जाती हैं, जिससे उपभोक्ताओं के लिए स्वास्थ्य जोखिम पैदा होता है।
केन्या एसोसिएशन ऑफ मैन्युफैक्चरर्स चाहता है कि, सरकार चीनी की तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए अंतर-एजेंसी निगरानी को बढ़ाए और केन्या ब्यूरो ऑफ स्टैंडर्ड्स (Kebs) से नियमों को लागू करने और स्थानीय रूप से उत्पादित और आयातित चीनी दोनों की रीपैकेजिंग पर नियमों को लागू करने का आग्रह किया। KAM में चीनी उप-क्षेत्र के अध्यक्ष जॉयस ओपोंडो ने कहा कि, चीनी तस्करी से गुणवत्ता से समझौता तो होती है, साथ ही सरकारी राजस्व को भारी नुकसान पहुंचता हैं।