लखनऊ: उत्तर प्रदेश में गन्ना पेराई सीजन खत्म होने के बावजूद मिलों पर 10 हजार करोड़ रुपयों से ज्यादा का बकाया है। लंबित भुगतान से किसानों में नारजगी है, लेकिन बावजूद इसके आंकड़ो से पता चलता है की प्रदेश में किसान गन्ने की खेती में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहें है।
लाइव हिंदुस्तान डॉट कॉम में प्रकाशित खबर के मुताबिक, मिलों द्वारा अगले पेराई सीजन की तैयारियां शुरू हो चुकी है, गन्ना सर्वे जारी है। इस साल करीब एक लाख हेक्टेयर का रकबा बढ़ गया है। गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने कहा पिछले साल राज्य में 26.79 लाख हेक्टेयर पर गन्ना था, इस साल यह बढ़कर लगभग 27.75 लाख हेक्टेयर हो गया है।
पिछले साल प्रदेश में रिकॉर्ड 2172.53 लाख टन गन्ने का उत्पादन हुआ था। इस बार रकबा बढ़ने की वजह से गन्ना, चीनी और इथेनॉल उत्पादन बढ़ने की संभावना है। गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने कहा कि, उत्तर प्रदेश सहकारी चीनी मिल्स संघ की चीनी मिलों का का क्षमता विस्तार किया जाएगा। संघ की आठ डिस्टलरियों में अगले पेराई सत्र से बी.हैवी शीरे से इथेनॉल उत्पादन किया जाएगा।
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