नई दिल्ली: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को कहा कि, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है, जिसके चलते भारत ईंधन इथेनॉल का उत्पादन बढ़ाने जा रहा है। ब्रिक्स नेटवर्क यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए, गडकरी ने कहा कि ब्राजील, कनाडा और अमेरिका में फ्लेक्स-फ्यूल इंजन का उत्पादन करने के साथ ग्राहकों को 100 प्रतिशत पेट्रोल या 100 प्रतिशत बायो-इथेनॉल का उपयोग करने का विकल्प प्रदान कर रहे हैं। गडकरी ने कहा, पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि के कारण हम इथेनॉल उत्पादन बढाने जा रहे हैं।
पिछले छह हफ्तों में ईंधन कीमतों में बढ़ोतरी के कारण मुंबई और हैदराबाद जैसे शहरों सहित देश के कुछ हिस्सों में पेट्रोल की कीमतें 100 रुपये प्रति लीटर को पार कर गई हैं। राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और लद्दाख में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर से अधिक है।
नितिन गडकरी ने बताया कि, दुनिया भर में सभी रेसिंग कारों के लिए इथेनॉल का उपयोग ईंधन के रूप में किया जाता है। प्रदूषण में कटौती और आयात निर्भरता को कम करने के लिए पेट्रोल के साथ 20 प्रतिशत इथेनॉल-मिश्रण प्राप्त करने की लक्ष्य तिथि पांच साल बढ़ाकर 2025 कर दी गई है। सरकार ने पिछले साल 2022 तक पेट्रोल में 10 फीसदी इथेनॉल मिश्रण और 2030 तक 20 फीसदी ब्लेंडिंग करने का लक्ष्य रखा था। नितिन गडकरी ने कहा कि, वर्तमान में, पेट्रोल के साथ लगभग 8.5 प्रतिशत इथेनॉल मिलाया जाता है, जबकि 2014 में 1-1.5 प्रतिशत था, साथ ही इथेनॉल की खरीद 38 करोड़ लीटर से बढ़कर 320 करोड़ लीटर हो गई है।
उन्होंने कहा कि, भारत लगभग 8 लाख करोड़ रुपये के कच्चे तेल का आयात करता है, और यह अगले चार-पांच वर्षों में दो गुना बढ़ जाएगा जिसका अर्थव्यवस्था पर भारी प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा, हम अगले पांच साल में 2 लाख करोड़ रुपये की इथेनॉल इकोनॉमी बनाएंगे ।गन्ने के साथ-साथ क्षतिग्रस्त खाद्यान्न जैसे गेहूं और टूटे चावल और कृषि अपशिष्ट से निकाला गया इथेनॉल कम प्रदूषणकारी होता है और इसके उपयोग से किसानों को आय का एक वैकल्पिक स्रोत भी मिलेगा।
व्हाट्सप्प पर चीनीमंडी के अपडेट्स प्राप्त करने के लिए, कृपया नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें.
WhatsApp Group Link