बेंगलुरु: कर्नाटक में 1 से 19 जून के बीच 363 मिलीमीटर बारिश हुई, जो सामान्य से 54% अधिक है, और मौसम विभाग ने 23 से 27 जून के बीच व्यापक बारिश का अनुमान लगाया है, जिससे उन किसानों की परेशानीबढ़ गई है जो बेहतर फसल की उम्मीद कर रहे हैं।
हिंदुस्तान टाइम्स डॉट कॉम में प्रकाशित खबर के मुताबिक, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD), बेंगलुरु के डेटा से पता चलता है कि, कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश हुई है और दूसरों पर कम है जिससे असमान वितरण पैटर्न की परिस्थिति पैदा हुई है। असमतल बारिश ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है।
मांड्या जिले के पांडवपुरा के एक छोटे किसान रामकृष्ण गौड़ा इस बात से चिंतित हैं कि उनके और उनके परिवार के लिए भविष्य क्या होगा। जब टमाटर पके हुए थे, तब कोरोना महामारी के चलते कोई भी हमारे खेतों में काम करने नहीं आया और लगभग पूरी उपज नष्ट हो गई। अब खेतों की सफाई के लिए भी हमें एक लाख रुपये की जरूरत है। हालांकि किसान समुदाय को तालाबंदी के दौरान काम करने की अनुमति दी गई थी, लेकिन बाजारों के बंद होने से कीमतों में तेज गिरावट थी, जिससे कई लोगों को अपनी उपज को औने-पौने दामों पर सड़कों पर बेचने के लिए मजबूर होना पड़ा।
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