पुणे: टीवीएस मोटर कंपनी और महिंद्रा एंड महिंद्रा (एमएंडएम) ने पुणे में 2-व्हीलर्स के लिए फ्लेक्स फ्यूल आधारित इंजन बनाने के पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है। फ्लेक्स फ्यूल वाहन इथेनॉल पर चलने में मदद करते हैं। वर्तमान में, भारत 8.6% इथेनॉल का मिश्रण करता है और 2025 तक 20% तक पहुंचने का लक्ष्य रखा है। सरकार ने 2025 तक अपने इथेनॉल मिश्रण के 20% लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में एक कदम उठाते हुए ऑटो कंपनियों को वाहनों के लिए फ्लेक्स फ्यूल इंजन बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
फाइनेंसियल एक्सप्रेस डॉट कॉम में प्रकाशित खबर के मुताबिक, एक महीने के लिए इथेनॉल की लगातार आपूर्ति को देखते हुए दो पायलट परियोजनाएं E100 वाहनों को लॉन्च करने की व्यवहार्यता की जांच करेंगी।
2025 तक 20% मिश्रण का आक्रामक लक्ष्य निर्धारित करने के बाद सबसे बड़ी चिंता इथेनॉल की क्षमता को बढ़ाना है। 20% के स्तर तक पहुंचने के लिए भारत को प्रति वर्ष 1,016 करोड़ लीटर इथेनॉल की आवश्यकता है। इस इथेनॉल का अधिकांश हिस्सा मोलासेस से आता था, जिसकी आपूर्ति सीमित थी। हालांकि, सरकार ने अब मकई के साथ चावल और गेहूं जैसे उत्पादों से अनाज आधारित इथेनॉल के उत्पादन की सुविधा प्रदान की है।
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