लखनऊ: गन्ना भुगतान का मुद्दा हर सीजन में गरमाया रहता है। वर्तमान सीजन में भी गन्ना भुगतान शत प्रतिशत नहीं हुआ है।
द बिजनस स्टैण्डर्ड में प्रकाशित खबर के मुताबिक, मई 2021 तक किसानों का गन्ना बकाया बढ़कर लगभग 21,321 करोड़ रुपये हो गया। इसमें से 18,820 करोड़ रुपये चालू सीजन में गन्ने की आपूर्ति के लिए है, जो सितंबर में समाप्त हो जाएगा, जबकि शेष 2,501 करोड़ रुपये पिछले वर्षों का है। 2020-21 के लंबित गन्ने के बकाए में से लगभग 63 प्रतिशत उत्तर प्रदेश राज्य से है और शेष महाराष्ट्र और अन्य राज्यों से हैं।
लंबित गन्ना भुगतान और ब्याज भुगतान की मांग को लेकर राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन ने आन्दोलन शुरू किया है। गन्ना किसानों का दावा है की बकाया भुगतान के चलते उनकी आर्थिक स्थिति पर असर पडा है।
चीनी मिलों का दावा है की कम बिक्री और चीनी अधिशेष के कारण वे भी आय जुटाने में असमर्थ है और इसके कारण गन्ना भुगतान नहीं कर पा रहे है।
व्हाट्सप्प पर चीनीमंडी के अपडेट्स प्राप्त करने के लिए, कृपया नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें.
WhatsApp Group Link