प्रदेष के आयुक्त, गन्ना एवं चीनी श्री संजय आर. भूसरेड्डी ने बताया कि विभाग द्वारा प्रदेष के 45 गन्ना उत्पादक जिलों की क्राप कटिंग की गणना के आधार पर पेराई सत्र 2020-21 के औसत उपज के आंकड़े जारी कर दिये गये है। गन्ना विकास विभाग की योजनाओं के सफल क्रियान्वयन एवं गन्ना किसानों की मेहनत से पेराई सत्र 2020-21 में प्रदेष की औसत गन्ना उपज में वृद्धि के फलस्वरूप 815.00 कुं./हे. का रिकार्ड बना है। प्राप्त आंकड़ों के अनुसार सहारनपुर परिक्षेत्र का शामली जिला 1004.28 कु./हे. की औसत उपज के साथ उत्तर प्रदेष मंे प्रथम स्थान पर रहा है। प्रदेष के मुजफ्फरनगर जिलें को 923.20 कु./हेें. तथा मेरठ जिले को 911.76 कु./हें. की औसत उपज के साथ क्रमषः दूसरा एवं तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है।
इस संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुये गन्ना आयुक्त ने बताया कि औसत उपज में गत पेराई सत्र के सापेक्ष वृद्धि हुई है। औसत उपज निर्धारण की प्रक्रिया पर प्रकाष डालते हुए उन्होंने ने कहा कि विभाग द्वारा प्रत्येक वर्ष गन्ना उत्पादन के आंकड़े एकत्र करने हेतु गन्ना फसल की क्राप कटिंग कराई जाती है। इस क्राप कटिंग कार्यक्रम को निकटवर्ती जनपदों में कार्यरत राजपत्रित अधिकारियों की देख-रेख में कराया जाता है, तथा गन्ना फसल कटाई प्रयोगो के आधार पर आगणित औसत उपज के जिलेवार आंकड़े विभाग द्वारा जारी किये जाते है।
गन्ना आयुक्त ने बताया कि प्रदेष की औसत उपज में लगातार वृद्धि हो रही है। इसके लिये फील्ड स्तर पर कार्यरत विभागीय अधिकारियों एवं कार्मिकों के साथ-साथ प्रदेष के गन्ना किसान भी बधाई के पात्र है, जो गन्ने के खेतों में दिन-रात मेहनत कर गन्ने की पैदावार को निरन्तर बढ़ाने में अपनी अहम भूमिका अदा कर रहे है।
Uttar Pradesh ke Kisan badh Rahe apni double income ki taraf.