रोम : इटली में, वैश्विक खाद्य कीमतों को दिसंबर में मोटे तौर पर स्थिर रखा गया है, हालांकि चीनी की कीमतों में गिरावट भारी हुई। संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) ने हाल ही में रोम में चीनी की कीमतों में गिरावट के लिए भारतीय चीनी उद्योग को जिम्मेदार ठहराया । भारत में गन्ना और चीनी का रिकॉर्ड स्तर पर उत्पादन और किसानों को सब्सिडी दिए जाने से वैश्विक बाजार में चीनी की अतिरिक्त आपूर्ती के कारण कीमते दबाव में है ।
खाद्य कृषि संगठन चीनी मूल्य सूचकांक में महीने में 1.9 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई । भारत में कथित तौर पर तेजी से चीनी उत्पादन में वृद्धि हो रही है, दूसरी ओर कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में गिरावट के कारण दुनिया के सबसे बड़े उत्पादक ब्राजील द्वारा इथेनॉल की जगह चीनी के उत्पादन बढ़ावा देने की सम्भावना है । इस के चलते 2018 के लिए कुल मिलाकर, सूचकांक 2017 से लगभग 22 प्रतिशत गिर गया था l
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